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Showing posts from May, 2020

Kabir ke Dohe | कबीर के दोहे

अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय। अपना अपना क्या करि मोह भरम लपटायी। । कबीरदास कहते है कि बहुत कोशिश करने पर, बहुत ठोक बजाकर देखने पर भी  संसार में अपना कोई नहीं मिला। इस संसार के लोग माया मोह में पढ़कर संबंधो को अपना पराया बोलते हैं। परन्तु यह सभी सम्बन्ध क्षणिक और भ्रम मात्र है।  [113]

Inspirational Quotes | प्रेरणादायक वाक्य

कल्पना की कोई सीमा नहीं है; क्या संभव है, यह तय करने से पहले, यह तय करें की क्या सही है और क्या वांछित है। Imagine no limitations; decide what's right and desirable before you decide what's possible. ब्रायन ट्रेसी   [Brian Tracy]   [119]