वन्दे मातरम्
सुजलाम् सुफ़लाम् मलयजशीतलाम्
शस्य श्यामलां मातरम्
शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकित यामिनीम्
फुल्ल कुसुमित द्रुमदलशोभिनीम् ,
सुहासिनी सुमधुर भाषिणीं
सुखदां वरदां मातरम् 11 वन्दे मातरम् 11
- वन्दे मातरम् एक संस्कृत कविता है। इसको बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा सन 1870 में लिखा गया था।
- सन 1882 में वन्दे मातरम कविता को बंगाली उपन्यास आनंदमठ में शामिल किया।
- इस कविता को सबसे पहले गुरु रबीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1896 के अधिवेशन में गाया गया।
- सन 1937 में कांग्रेस की वर्किंग कमिटी द्वारा इसे राष्ट्र गीत के रूप में स्वीकार किया गया।
- 24 जनवरी 1950 को भारत की संविधान सभा द्वारा इसे राष्ट्र गीत के रूप में अंगीकार किया गया।
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